— रघु ठाकुर —
सत्ता और संपत्ति का रिश्ता बड़ा गहरा और मजबूत होता है। यह आमचलन बन गया है कि जो पार्टी सरकार में आती है वह समूचे समाज की कीमत पर केवल अपनों का घर भरती है। यह सत्ता के सहारे सम्पन्न बने उन दलों के आजीवन सेवक और भोंपू बन जाते हैं। जो नेता पद पर पहुंचकर उन्हें संपन्न बनाते है उनके प्रचारक और पारिवारिक दास बन जाते।
छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में भानु प्रताप मंडल के भारतीय जनता युवा मोर्चे के अध्यक्ष आकाश सोलंकी का वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें वे कार की सीट पर 15 लाख की नोटों की गड्डी के साथ सफर कर रहे हैं। यह वीडियो उन्होंने ही बनाया और जारी किया। हालांकि बाद में उन्होंने यह भी कहा कि मुझसे नादानी हो गई , मेरी गलती है। परंतु छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री इस वीडियो को फेक करार दे रहे हैं और कह रहे हैं कि आजकल फेक वीडियो बहुत चलते हैं। भाजपा के लोगों की संपन्नता और संपन्नता का मद एक प्रकार से शासन को चुनौती है। यह इस घटना से समझ में आता है। दूसरी ओर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री विष्णु दत्त की असहायता भी सामने आई है।
भारतीय युवा मोर्चा का अध्यक्ष अपनी अपराध स्वीकार कर रहा है परंतु मुख्यमंत्री जी अपराध की स्वीकार्यता को नहीं मान रहे और मुख्यमंत्री को कहना पड़ रहा है की जांच कराएंगे।
आज डॉक्टर लोहिया की याद आती है। 1967 में एक संविद सरकार बनने के बाद मंत्रीगण उनसे मिलने आए थे। मंत्रियों के लाल चेहरे देखकर लोहिया ने कहा था की होना आपके सूखे और कुम्हलाए चेहरे यह प्रमाणित करते कि आपके मन में देश और गरीबों के प्रति चिंता है। परंतु आपके चेहरों से यह लग रहा है कि आपने जीवन में सब कुछ पा लिया।