राजनीति

नेताजी की नजर में गांधी

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— गोपाल राठी — संघी बिरादरी अपने सुनियोजित प्रचार के जरिए नेहरू के खिलाफ सरदार पटेल को और महात्मा गांधी के खिलाफ सुभाष बाबू को एक प्रतीक बनाकर नेहरू और गांधी का महत्व कम करने...

विधानसभा चुनावों के तीन आयाम

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— अमृतांशु — त्रासदियों से घिरा एक औसत आदमी प्रायः चमत्कार की उम्मीद में बैठा रहता है। भारतीय गणतंत्र जब सांप्रदायिकता, अतिपूँजीवाद और सत्तादंभ के भंवरजाल में फंसकर अपने मौलिक अर्थों को खो रहा है...

कहाँ से चले थे कहाँ आ गये हम!

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— जयराम शुक्ल — देश में हिंदू-मुसलमान को लेकर आज जो चल रहा है उसे देखते हुए मेरे अवचेतन मन में अपने गाँव के कुछ वाकये, कई निर्दोष किस्से रह-रह कर याद आते हैं..। ढूँढ़िए...

लड़ाई हिन्दुस्तानियत बचाने की है

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— क़ुरबान अली — भारत में हाल के दिनों में जो घटनाएं सामने आयी हैं उससे मन बहुत खिन्न है। पहले उत्तराखंड के हरिद्वार में पिछले वर्ष दिसंबर माह की 17 तारीख से लेकर 19 तारीख...

विषमता की खाई में विकास की समाधि

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— जयराम शुक्ल — लोकभाषा के बडे़ कवि कालिका त्रिपाठी ने कभी रिमही में एक लघुकथा सुनाई थी। कथा कुछ ऐसी थी कि..दशहरे के दिन ननद और भौजाई एक खेत में घसियारी कर रही थी।...

चुनावों से पहले

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— राजू पाण्डेय — चुनावों से पहले फिर एक बार देश और हमारे प्रधानमंत्री की सुरक्षा संकट में है। हो सकता है चुनावों के बाद प्रधानमंत्री की सुरक्षा में चूक का मामला उन असंख्य चुनावी मुद्दों...

इसी देश ने ऐसे भी प्रधानमंत्री देखे हैं

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— रमाशंकर सिंह — राजघाट दिल्ली में एक प्रधानमंत्री के बहुत नजदीक पहुँच कर छिप कर मारने के उद्देश्य से गोलियॉं चलीं पर भारत का वह प्रधानमंत्री पूरे कार्यक्रम में पूरी गरिमा और बगैर घबराहट...

बुल्ली बाई प्रकरण : संवेदनाओं और मूल्यों की नीलामी

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— राजू पाण्डेय — निश्चित ही नफरत के पुजारियों ने इस बात का जश्न मनाया होगा कि वे बीस-इक्कीस वर्ष की आयु के तीन हिन्दू युवकों तथा अठारह वर्षीय एक हिन्दू युवती में इतनी गहरी...

कौन-सी संस्थाएं सरकार के निशाने पर हैं

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— रमाशंकर सिंह — अब भारत सरकार द्वारा सुनियोजित तरीके से बल्कि षडयंत्रपूर्वक वह सब होना शुरू हो गया है यानी हर उस संस्था/समूह को निशाने पर लेना, जो वर्तमान सत्ता की विचारधारा का मददगार...

मलिक क्यों इतने मुखर हैं?

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— प्रेम सिंह — तीन विवादास्पद कृषि-कानूनों के सरकार द्वारा वापस ले लिये जाने के बावजूद मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक के तेवर नरम नहीं पड़े हैं। 2 जनवरी को हरियाणा के चरखी दादरी शहर...