हमें फ़ख्र है कि हमने उस महामानव से बात की है

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— प्रोफ़ेसर राजकुमार जैन — (पाँचवीं  किस्त) हिंदुस्‍तान के सोशलिस्‍टों से बादशाह ख़ाँ का बहुत लगाव था। आज़ादी की जंग में सीमांत गांधी देखते थे कि हालात...

9 अगस्त 42 को शुरू हई जनक्रांति ने देश को आजादी...

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— डॉ. सुनीलम — नौ अगस्त, 2021 अगस्त क्रांति दिवस की 79वीं वर्षगांठ है। समाजवादी चिंतक व स्वतंत्रता संग्राम सेनानी डॉ. लोहिया चाहते थे कि...

छोटे लोहिया की याद

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— रामबाबू अग्रवाल — समाजवादी नेताओं में राममनोहर लोहिया के बाद जनेश्वर मिश्र को सबसे ज्यादा इज्जत दी जाती है। जनेश्वर मिश्र बेहद लोकप्रिय और...

विलास सोनवाने : समता और स्वतंत्रता के योद्धा

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— अरुण कुमार त्रिपाठी — विलास भाई नहीं रहे। विलास भाई यानी विलास सोनवाने। वे 69 वर्ष के थे। उनसे पहली बार सन 2001 में...

हमें फ़ख्र है कि हमने उस महामानव से बात की है

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— प्रोफ़ेसर राजकुमार जैन — (चौथी किस्त ) ऐसे हालात में सीमा प्रांत में जनमत संग्रह करवाया गया, जल्‍दी से आज़ादी मिले इसी हड़बड़ी में कांग्रेस ने...

हमारी लोक संस्कृति के नायक हैं बाघ

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— जयराम शुक्ल — चीन भले ही अपने काल्पनिक/भुतहे ड्रैगन(अजदहा) को लेकर इतराता रहे लेकिन हम वास्तव में 'टाइगर नेशन' हैं। विश्व बाघ दिवस की...

हमें फ़ख्र है कि हमने उस महामानव से बात की है

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— प्रोफ़ेसर राजकुमार जैन — (तीसरी किस्त ) महात्‍मा गांधी, बादशाह ख़ाँ, जयप्रकाश नारायण, डॉ. राममनोहर लोहिया तथा उन जैसे अनेक लोगों ने हिंदुस्‍तान को अँग्रेज़ी सल्‍तनत से...

हमें फ़ख्र है कि हमने उस महामानव से बात की है

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— प्रोफ़ेसर राजकुमार जैन — (दूसरी किस्त ) सन 1939 में जब गांधीजी सीमा प्रांत के दौरे पर गए तो बादशाह ख़ान ने गांधीजी से कहा था :...

वनाधिकार कानून कहां है

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— नवनीश कुमार — हाल ही में गोरे अंग्रेजों के समय के दमनकारी ''देशद्रोह'' कानून की वैधता पर हैरानी जताते हुए सरकार से पूछा है...

लहू बोलता भी है

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— प्रोफ़ेसर राजकुमार जैन — सैय्यद शाहनवाज अहमद कादरी की किताब का टाइटल ‘लहू बोलता भी है’ पढ़कर शुरू में अटपटा सा लगा, क्‍योंकि लहू खौलता...