Tag: परिचय दास
परिमल रचनाकार जगदीश गुप्त की पुण्यतिथि
— परिचय दास —
जगदीश गुप्त का रचना-संसार प्रचलित मान्यताओं से भिन्न, अंतर्मुखी और गहन मनोवैज्ञानिक धरातलों पर विचरण करता है। वे न तो नागार्जुन...
सुमित्रानंदन पंत जयंती
— परिचय दास —
।। एक ।।
सुमित्रानंदन पंत की जयंती उन अवसरों में से है, जब हिंदी कविता के एक आत्मविह्वल, सौंदर्यप्रिय और आत्माभिरंजित कवि...
लक्ष्मीकांत वर्मा के साहित्य में समय के संकटों की पहचान हो...
— परिचय दास —
हिन्दी के 'परिमल' ( जिसका केंद्र इलाहाबाद था ) साहित्यिक- सांस्कृतिक आन्दोलन के व्यक्तित्वों पर समय-समय पर कुछ-कुछ अंतराल पर लिखूंगा।
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बुद्ध पर संवाद
— परिचय दास —
वह न मौन था, न वाणी। वह न कोई विचार था, न उसका प्रतिवाद। वह केवल एक चलती हुई करुणा थी—जल...
माँ: एक अनकही कविता
— परिचय दास —
माँ एक स्मृति नहीं, वह स्मृति की मिट्टी है। वह भाषा नहीं, वह भाषा का गर्भ है। माँ कोई नाम नहीं,...
गोरखनाथ की भाषा : अनुभव का रूपांतरण या प्रतिरोध
— परिचय दास —
गोरखनाथ की भाषा कोई सामान्य भाषा नहीं है। वह अनुभव की मिट्टी से निकली हुई, असंख्य अस्मिताओं से रगड़ खाई हुई,...
स्वतंत्रता की छ्पी साँसें
— परिचय दास —
जो शब्द नहीं कहे जा सके, वे छपते रहे। जो छप न सके, वे दीवारों पर लिखे गए और जो दीवारों...
सुंदरता की अंतर्ध्वनि : चित्रकार राजा रवि वर्मा
— परिचय दास —
।। एक ।।
राजा रवि वर्मा की कला भारतीय चित्रकला के इतिहास में सौंदर्य और भावनात्मक गरिमा की वह काव्यात्मक रेखा है,...
जनता और जनप्रतिनिधियों के बीच दूरी
— परिचय दास —
।। एक ।।
लोकतंत्र का आदर्श स्वरूप वह होता है जहाँ प्रतिनिधि और जनता के बीच एक जीवंत, पारदर्शी और सजीव संवाद...
मनुष्य सबसे पहले
— परिचय दास —
कश्मीर की साँझ जब गुलाबी होती है
तो उसके भीतर भी एक रक्ताभ स्मृति छुपी होती है-
जैसे सूरज ने थककर किसी बेगुनाह...