सरना धर्मकोड को लेकर फिर आदिवासी संगठनों में नाराजगी, 11 नवंबर को दिल्ली में प्रदर्शन का ऐलान

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23 सितंबर। झारखंड सरकार द्वारा आदिवासी-सरना धर्मकोड का विधानसभा से प्रस्ताव पास किए एक साल का समय पूरा होने को है। मगर केंद्र सरकार ने अब तक इसको लेकर कोई पहल नहीं की है। इससे आदिवासी संगठनों में नाराजगी बढ़ती जा रही है। इस मुद्दे को लेकर हरमू देशवली में राष्ट्रीय आदिवासी समाज सरना धर्म रक्षा अभियान के बैनर तले आदिवासी संगठनों की बैठक हुई। बैठक में तय किया गया, कि अक्टूबर में सरना धर्म कोड को लेकर राज्यपाल, केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा और केंद्र सरकार से सरोकार रखने वाले मंत्री, सांसद, दिल्ली के मुख्यमंत्री, विपक्ष के नेता को ज्ञापन सौंपा जाएगा।

11 नवंबर को नई दिल्ली में मंडी हाउस से जंतर मंतर तक सरना धर्म कोड की माँग को लेकर संसद मार्च किया जाएगा। साथ ही जंतर मंतर में विराट धरना आयोजित होगा। वहीं 12 नवंबर 2022 को गांधी शांति प्रतिष्ठान सभागार, नई दिल्ली में राष्ट्रीय सरना धर्म अधिवेशन होगा। वहीं 26 फरवरी को रांची में विशाल सरना धर्म कोड महारैली होगी। बैठक की अध्यक्षता धर्मगुरु बंधन तिग्गा ने किया। बैठक में चंपा कुजूर, रवि तिग्गा, डॉक्टर करमा उरांव, नारायण उरांव, बलकू उरांव, शिवा कच्छप, बिरसा कंडीर, अमर उरांव , कमले उरांव, रेणु तिर्की, सुरेश उरांव, संगम उरांव, सुस्मिता पूर्ति, लालू उरांव आदि उपस्थित थे।

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