26 मार्च। उत्तर प्रदेश के अम्बेडकर नगर जिले में राष्ट्रीय राजमार्ग-233 से प्रभावित किसानों को आवासीय दर पर भुगतान करने एवं सहखातेदारों को भी मुआवजा देने की माँग को लेकर किसानों का धरना छठे दिन भी जारी रहा। किसानों ने पाँच सूत्री ज्ञापन अपर जिलाधिकारी को सौंपते हुए आरपार की लड़ाई का ऐलान किया। तहसील टाण्डा के अकबरपुर मार्ग पर फतेजहूरपुर में ओवरब्रिज के पास गत 20 मार्च से भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) के बैनर पर स्थानीय किसान धरना प्रदर्शन कर रहे हैं।
किसानों की माँग है कि राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-233 से प्रभावित 23 गाँव के किसानों को प्रत्येक गाटे से 0.051 हेक्टेयर का आवसीय दर पर भुगतान किया जाए तथा सहखातेदारों को भी मुआवजा दिया जाए। किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष विनय कुमार वर्मा ने मीडिया के हवाले से बताया कि 2017 में तत्कालीन अपर जिलाधिकारी द्वारा दौलतपुर हजलपट्टी, अमड़ी व नेवरी के प्रभावित किसानों को आवासीय दर के हिसाब से मुआवजा दिया था लेकिन अन्य 23 गाँवों के किसानों को कृषि दर पर मुआवजा दिया गया।
उन्होंने आगे कहा कि एक ही जनपद में दो दर पर मुआवजा देने, 23 गाँवों के किसानों के साथ नाइंसाफी है। श्री विनय ने दावा किया कि एनएच-233 पर निकलने वाले सर्विस रोड की स्वीकृति किसानों ने अवश्य दे दी है, लेकिन जब तक उन्हें आवासीय दर पर मुआवजा नहीं दिया जाता है, तब तक वो काम नहीं शुरू होने देंगे। टाण्डा अकबरपुर मुख्य मार्ग पर फ्लाईओवर के पास किसानों का धरना लगातार छठे दिन भी जारी रहा। जानकारी के अनुसार किसानों को अपर जिलाधिकारी द्वारा आमंत्रित किया गया, जहाँ किसानों ने 7 सूत्री ज्ञापन के माध्यम से अपनी माँगों को पुनः दोहराया है।