27 सितंबर। संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा आहूत भारत बंद को समर्थन देने का एलान दस केंद्रीय श्रमिक संगठनों के साझा मंच ने पहले ही कर दिया था। इस निर्णय पर अमल करते हुए श्रमिक संगठनों ने 27 सितंबर को भारत बंद में देशभर में सक्रिय हिस्सेदारी की और श्रमिकों ने किसानों के समर्थन में प्रदर्शन किए।
देश की राजधानी में संसद भवन के निकट केंद्रीय श्रमिक संगठनों ने संयुक्त रूप से बड़ा विरोध प्रदर्शन किया। इस अवसर पर लोगों को संबोधित करते हुए हिंद मजदूर सभा के राष्ट्रीय महासचिव हरभजन सिंह सिद्धू ने कहा कि मोदी सरकार कारपोरेट के हाथों में खेल रही है। तीन कृषि कानूनों पर उसने न किसान संगठनों से चर्चा की न चार लेबर कोड पर श्रमिक संगठनों का पक्ष सुना। यह सरकार घोर अलोकतांत्रिक तरीके से काम कर रही है और एक के बाद एक जन-विरोधी कानून बनाती जा रही है। अगर इसने चार लेबर कोड को वापस नहीं लिया तो अनिश्चितकालीन हड़ताल भी की जा सकती है। श्रमिक संगठन किसानों के साथ हैं और दोनों की सम्मिलित शक्ति हमारे लोकतंत्र की रक्षा करेगी।
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