सोली सोराबजी की कमी हमेशा खलेगी – शांति भूषण

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अपने बहुत करीबी दोस्त सोली सोराबजी के निधन से मैं स्तब्ध हूं। हाल में, दिसंबर 2020 में, उनके घर मैं गया था और उनसे...

आपातकाल का नागरिक धर्म

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— सुज्ञान मोदी — कोविड के प्रसार के दूसरे दौर में मेरे बालसखा डॉ. नरेन्द्र भंडारी, जो पेस यूनिवर्सिटी, न्यू जर्सी, अमेरिका में पिछले तीस...

वे आपादमस्तक मनुष्य थे

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मौलाना वहीदुद्दीन ख़ान की मौत उस खालिस इंसान की मौत है जिनकी संख्या दिन-पर-दिन घटती जा रही है। संख्या घटती जा रही है तो...

दिल्‍ली में ये भी हैं और वे भी हैं

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— राजकुमार जैन — कोरोना के हमले से जान गंवाने या उसकी दहशत में जीने को बेबस दिल्‍ली के बाशिंदों की दास्‍तान का इजहार शब्‍दों...

आज का युवा कहां खड़ा है

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— आयुष चतुर्वेदी — कहने को तो भारत विश्व का सबसे युवा देश है, यानी यहां युवाओं की संख्या सबसे अधिक है। लेकिन सवाल है...

श्रमिक नेता दत्ता इसवल्कर सच्चे समाजवादी थे

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टेक्सटाइल मिल वर्करों के लोकप्रिय नेता दत्ता इसवल्कर का बीते बुधवार को मुंबई में देहांत हो गया। कभी खुद मिल वर्कर रहे इसवल्कर की...

समता के सेनानी और प्रबोधक

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- समीर मनियार - फुले-शाहू-आंबेडकर के विचारों के प्रसार के लिए आजीवन संघर्ष, जाति की लड़ाई को पूरा करने के लिए अंतर-जातीय विवाह, अंतर-धार्मिक विवाह आंदोलन में अग्रणी, समाज...