18 जुलाई। बीते 14 जुलाई को चंद्रयान-3 की सफल लॉन्चिंग पर पीएम मोदी से लेकर मीडिया तक इसकी सफलता के कसीदे पढ़ रहे हैं, लेकिन इस मिशन के लिए लॉन्चिंग पैड सहित कई महत्वपूर्ण उपकरणों का निर्माण करने वाली कंपनी हेवी इंजीनियरिंग कॉरपोरेशन(एचईसी) के इंजीनियरों-मजदूरों को 17 महीने से तनख्वाह नहीं मिली है। वे अपना घर रिश्तेदारों से उधार पैसा लेकर चला रहे हैं। आईएएनएस की रिपोर्ट के मुताबिक, एचईसी कंपनी में करीब 2,700 कर्मचारी और 450 अधिकारी काम करते हैं। इन अधिकारियों को पूरे साल का और कर्मचारियों को आठ-नौ महीने से वेतन नहीं मिला है।
वेतन की माँग को लेकर इंजीनियर-कर्मचारी लगातार आंदोलन करते रहे, लेकिन चंद्रयान-3 के लिए इसरो से मिले कार्य आदेश को पूरा करने में उन्होंने जी-जान लगा दी। इस संबंध ने एचईसी कंपनी कई बार भारी उद्योग मंत्रालय से 1,000 करोड़ रुपए के लिए निवेदन कर चुकी है। इस पर मंत्रालय ने जवाब देते हुए कहा कि केंद्र सरकार कोई मदद नहीं कर सकती है। गौरतलब है, कि इसरो ने झारखंड के रांची में स्थित एचईसी कंपनी को मोबाइल लॉन्चिंग पैड सहित कई उपकरण बनाने का ऑर्डर दिया था, लेकिन ऑर्डर के हिसाब से भुगतान नहीं किया गया। इसके बावजूद कंपनी ने दिसंबर 2022 में तय समय से पहले इसरो का ऑर्डर पूरा कर दिया था।