भारत और अंधविश्वास – प्रोफेसर जगदीश्वर चौधरी
अंधविश्वास सामाजिक कैंसर है। अंधविश्वास ने सत्ता और संपत्ति के हितों को सामाजिक स्वीकृति दिलाने में अग्रणी भूमिका अदा की है। आधुनिक विमर्श का...
हिन्दू संस्कृति – वासुदेवशरण अग्रवाल
हिन्दू- संस्कृति परस्पर आदान प्रदान के प्राणवायु से पोषित होकर विकसित हुई है। इसमें सबको खुलकर सांस लेने का भरपूर उदार अवकाश मिलता रहा...
नशामुक्ति : जीवन का पुनर्जन्म
— परिचय दास —
नशामुक्ति अभियान पिछ्ले दिनों हर विश्वविद्यालय, हर संस्थान में चलाया गया। जागृति के यत्न हुए। 'नशामुक्ति' एक ऐसा शब्द है जो...
शिल्प, स्वर और सौन्दर्य : कृष्ण की ललित छवि
— परिचय दास —
।। एक ।।
श्यामल मेघ की तरह घनीभूत उनकी आभा, गगन की नीलिमा में घुली उनकी दृष्टि और अनाहत स्वर की तरह...
गांधी समाधि से आचार्य नरेन्द्रदेव मूर्तिस्थल तक सोशलिस्टों का पैदल मार्च।
— प्रो. राजकुमार जैन —
1942 से लेकर अभी तक दिल्ली के सोशलिस्ट बड़ी शिद्दत के साथ 9 अगस्त के क्रांति दिवस को मनाते चले...
स्वतंत्रता आंदोलन का सर्वाधिक महत्वपूर्ण जनक्रांति दिवस
— डॉ सुनीलम —
9 अगस्त 1942 का दिन 1857 की क्रांति के बाद आजादी के आंदोलन का सबसे महत्वपूर्ण जनक्रांति दिवस है। 8 अगस्त...
9 अगस्त 1942 : महात्मा गांधी का ऐलान, ‘करो या मरो’...
— प्रोफेसर राजकुमार जैन —
सैकड़ों साल की गुलामी के खिलाफ़ कांग्रेस पार्टी के झण्डे के नीचे महात्मा गाँधी की रहनुमाई में अंग्रेज़ी सल्तनत के...
सतपाल मलिक का असामयिक निधन
— आनंद कुमार —
वैसे देहांत हरेक व्यक्ति की जीवन यात्रा का अंतिम पड़ाव होने के बावजूद हमेशा शोकजनक होता है । कुछ दिन और...
सत्यपाल मलिक नहीं रहे!
— प्रोफेसर राजकुमार जैन —
दिल्ली के डॉ राममनोहर लोहिया अस्पतांल के आईसीयू में मौत से संघर्ष करते हुए साथी मलिक हार गए। मैं और...
दोस्ती के दिन
— परिचय दास —
बचपन की वह एक तस्वीर अब भी धुँधली-सी आँखों के कोर में अटकी है — गाँव की पीली धूप, मिट्टी की...
















