Home दशा-दिशा राजनीति

राजनीति

नोटबंदी के बाद अघोषित वोटबंदी की ओर देश

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— राकेश अचल — लिखने के लिए विषय और मुद्दे कभी समाप्त नहीं होते. बीती रात मैने मप्र की राजनीति पर लिखने का मन बनाया था किंतु लिख रहा हूं बिहार की राजनीति के बहाने...

नो ईडी, नो सीबीआई, मानसून खोलता है भ्रष्टाचार की पोल

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— राकेश अचल — भारत में भ्रष्टाचार की जांच के लिए बना प्रवर्तन निदेशालय हो या सीबीआई फेल हो सकता है लेकिन वर्षा इकलौती एजेंसी है जो निर्माण कार्यों में हुए बडे से बडे भ्रष्टाचार...

फ़ारूक़ अब्दुल्ला जी से एक यादगार मुलाकात

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— रणधीर कुमार गौतम — भारतीय कश्मीरी आवाम का भारत के लोगों और भारत की सरकार के साथ संबंध अलग-अलग तरीकों से बना हुआ है। भारत की वर्तमान राजनीति में, जहाँ नेतृत्व में स्टेट्समैनशिप (राजनीतिक...

परिवारवादी पार्टियों के संकट

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— परिचय दास — भारतीय राजनीति में परिवारवादी पार्टियों का प्रभाव गहराई से जुड़ा हुआ है। इन दलों की संरचना सत्ता के उत्तराधिकार को एक परिवार के भीतर सुरक्षित रखने की मंशा पर आधारित होती...

इतिहास खुद को दोहराता है!

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— मनोज अभिज्ञान — सैकड़ों शिक्षाविदों, वैज्ञानिकों और लेखकों ने एक बार फिर दुनिया को चेतावनी देने के लिए इतिहास की ओर रुख किया है। ठीक सौ साल पहले, जब फासीवाद यूरोप को निगल रहा...

निर्माणाधीन गंगा पुल का नाम ‘लोहिया सेतु’ हो

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— सुरेंद्र किशोर — गांधी सेतु (पटना) के समानांतर निर्माणाधीन गंगा पुल का नाम डा.राम मनोहर लोहिया के नाम पर रखा जाना चाहिए। इस तरह आसपास के तीन पुल के नाम हो जाएंगे --गांधी-लोहिया -जय...

आपातकाल की याद में

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— सुरेंद्र किशोर — आॅस्टे्रलिया के राष्ट्रीय पुस्तकालय से मोदी सरकार मंगवाएगी आपातकाल पर शाह आयोग की रपट जिसे गायब करा दिया था 1980-84 की इंदिरा सरकार ने कब मंगाएगी शाह आयोग की रपट की...

भारत में समाजवादी आन्दोलन के 90 वर्ष

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— प्रवीण मल्होत्रा — 17 मई कांग्रेस सोशलिस्ट पार्टी का स्थापना दिवस है l आज से 90 वर्ष पूर्व सन 1934 में, पटना में, कुछ युवा, बुद्धिजीवी और वामपंथी विचार के युवजनों ने कांग्रेस के...

शांति की पहल का स्वागत

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— परिचय दास — यह खबर आई कि पाकिस्तान के डीजीएमओ (डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशन्स) और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने भारत से संपर्क कर युद्धविराम की पहल की। इसके पश्चात भारत ने इस पर...

मेरा ग़ुस्सा, मेरी नाराज़गी, मेरी पीड़ा

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— माजिद पारेख — पहलगाम में जो भयानक और नासमझी भरा हिंसक हमला हुआ है, उसने सिर्फ़ देश की शांति नहीं तोड़ी, बल्कि हर उस भारतीय मुसलमान की आत्मा को झकझोर दिया है, जो अब...